भारत के इतिहास लेखकों ने किस प्रकार जनता को धोखा दिया है !
शिक्षा की अन्य किसी भी शाखा में देश की जनता को इतनी अधिक लम्बी अवधि तक लगातार ठगा नहीं गया है जितना भारतीय इतिहास की विद्या में । ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा करने वाले विद्यार्थियों और पर्यटकों को ईन स्थानो के इतिहास के नाम पर मनगढ़न्त जानकारियां दी जा रही है।उदाहरण के लिए, दिल्ली में […]
पुरातत्त्वीय अभिलेख किस प्रकार बनावटी रूप में प्रस्तुत किये गये हैं।
ताजमहल को शाहजहाँ ने नहीं बनवाया था, फतहपुर सीकरी की स्थापना अकबर ने नहीं की थी, और ना ही आगरे का लालकिला उसके बनवाया था। कुतुब मीनार कुतुबउद्दीन ने नहीं बनवाया था। इस प्रकार, लगभग प्रत्येक मध्यकालीन ऐतिहासिक भवन, पुल अथवा नहर का झूठा, असत्य निर्माण-श्रेय विदेशी मुस्लिमों को दे दिया गया है, यद्यपि तथ्य […]
हम विश्व गुरु थे और विश्वास रखे कि फिर से बनेंगे।
आज मैं आपसे ऐसे तथ्यों के बारे में चर्चा करना चाहता हूं जिसकी विश्व को छोड़िए भारत के लोगों को ही जानकारी नहीं है। इन तथ्यों को प्रमाणिक तरीके से इकठ्ठा करने के लिए मैंने 30 वर्षो मे 200 से अधिक पुस्तकों का अध्ययन किया जिनमें 2-3 सौ वर्ष पुरानी कई पुस्तकें है , 60 […]
क्या भारत का इतिहास भारत (भारतीयता) के शत्रुओं ने लिखा है?
इसी प्रश्न का एक पहलु यह है-विश्वभर के विश्वविद्यालय जहाँ बड़े-बड़े इतिहासकार अधिकार जमाकर बैठे हैं, सहस्रों इतिहासकार वहाँ बैठे लाखों लोगों को इतिहास पढ़ाते हैं, क्या वे भारत के शत्रु हैं ? अथवा क्या वे बुद्धि के कोहलू हैं? अंग्रेजी भाषा में एक पद है जिसका अर्थ है, या तो धूर्त हैं अथवा मूर्ख […]