Glories of India

निर्माता अकबर या फ़तेहपुर सीकरी का हड़पने वाला?

वास्तविक तथ्य:

  1. प्राचीन जैन और हिंदू मंदिर:
  • फ़तेहपुर सीकरी को पहले “सिक्रीगढ़” कहा जाता था।
  • वहाँ 12वीं शताब्दी के जैन अभिलेख मिले हैं।
  • दिवान-ए-खास की खंभों वाली संरचना वैदिक या जैन दर्शन से मेल खाती है।


  1. भारतीय वास्तुकला के संकेत:
  • छत्री, झरोखा, मण्डप — ये सभी भारतीय शैली के प्रतीक हैं, न कि मुग़ल शैली के।
  1. स्थानीय लोककथाएँ और नाम:
  • सिक्री” का अर्थ “संस्कृति” से जुड़ा है।
  • यह स्थान प्राचीन काल में तीर्थ और शिक्षण केंद्र था।
  1. अकबर की भूमिका:
  • अकबर ने सिर्फ़ मौजूदा भवनों का नवीनीकरण किया।
  • यह मुग़लों की सामान्य नीति थी — दूसरों के कार्यों का श्रेय लेना।

📜 इतिहास को क्यों बदला गया?

  • ब्रिटिश इतिहासकारों ने इस्लामी शासकों को बढ़ावा देने के लिए भारत की मूल संस्कृति को दबाया।
  • भारतीय गौरवशाली अतीत को विकृत करना औपनिवेशिक नीति का हिस्सा था।

📚 भारतीय ग्रंथों की पुष्टि:

  • जैन और हिंदू ग्रंथों में इस स्थान को सिद्धों और संतों का क्षेत्र बताया गया है।
  • अकबर ने केवल इस क्षेत्र की शक्ति का उपयोग अपने लिए किया।

🔥 निष्कर्ष:

अब समय है कि हम इतिहास को पुनः लिखें — फ़तेहपुर सीकरी अकबर द्वारा नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता द्वारा निर्मित थी।